रजनेश सक्सेना
बरेली- यूपी बोर्ड एग्जाम के पहले दिन सबसे ज्यादा समस्या उन परीक्षार्थियों को उठानी पड़ी जिनका सेंटर बरेली के शहामतगंज स्थित मौलाना आजाद इंटर काॅलेज में पड़ा है। परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों को मौलाना आजाद इंटर काॅलेज को ढूढंना मुश्किल पड़ गया। क्योंकि न तो मौलाना आजाद इंटर काॅलेज पर कोई नाम का फ्लैक्स लगा है। और न ही उसके नाम का कोई बोर्ड लगा है। कुल मिलाकर किसी भी तरह से स्कूल का नाम नहीं लिखा हुआ है। जिसकी वजह से दूर दराज से आए अभ्यार्थी और उनके परिजनों को स्कूल ढूढंने में काफी समय लग गया। इतना ही नहीं परिजनों का तो यहंा तक कहना था कि पता नहीं अफसरों को कैसे इस स्कूल की कमियां नजर नहीं आती है।
स्कूल के आस पास ही घूमते रहे आधा घंटा
अपने बच्चों को परीक्षा दिलाने आए कई अभिभावकों का कहना है कि स्कूल की किसी भी तरह की कोई पहचान नहीं होने की वजह से वो लोग करीब आधा घंटे तक स्कूल के आस-पास ही स्कूल को ढूंढते रहे लेकिन स्कूल नहीं मिला। जब राहगीरों से पूछा तो उन्होंने बताया कि वो स्कूल के सामने ही खड़े है। जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल में भेजा।
वन वे ट्रैफिक ने भी की समस्या खड़ी
इस समय शहर में कई जगहों पर स्मार्ट सिटी के तहत सीवर लाइने बिछाने का काम किया जा रहा है। जिसकी वजह से कई रोड ऐसे है जहां पर सिर्फ वन वे ट्रैफिक ही चल रहा है। इसी का एक हिस्सा सैटेलाइट से लेकर शहामतगंज तक भी है। जहां सीवर लाइन बिछाने का काम जोरों पर चल रहा है। जिसकी वजह से शहामतगंज से सैटेलाइट तक सिर्फ वन वे ट्रैफिक ही चल रहा है। जिसकी वजह से बोर्ड एग्जाम देने आए परीक्षार्थियों को जाम से भी जूझना पड़ रहा है।
“एग्जाम के दौरान स्कूल में किसी भी तरह से नाम का न लिखा होना तो बहुत बड़ी लापरवाही है। जल्द ही स्कूल को नाम का बैनर लगाने के आदेश दिए जाएगें।“
अमरकांत सिंह, डीआईओएस