नई दिल्ली। अटल इनोवेशन मिशन के तहत निति आयोग ने छात्रों को एक नई टेक्नोलाॅजी सिखाने के मकसद से गुरूवार को देश के स्कूलों में एआई (AI) बेस्ट माॅड्यूल लांच किया है। नीति आयोग ने इस माॅड्यूल को असोसिएशन आॅफ साॅफ्टवेयर एंड सर्विसेज यानि (एनएएसएसओएम) के साथ मिलकर शुरू किया है। जिससे छात्रों को एक्टिविटीज, वीडियो और एक्सपेरिमेंट्स के जरिए एआई (AI) के अलग-अलग काॅन्सेप्ट्स के बारे में समझाया जा सके।
एआई से बढ़ सकती है 1.3 फीसदी जीडीपी
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बताया मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से देश की वार्षिक जीडीपी दर में 1.3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। जिसके बाद उन्होंने कहा कि इस मॉड्यूल से पढ़ाई के साथ ही साथ खेल-खेल में एआई को समझना ओर फिर आगे नौकरी में भी इसका इस्तेमाल होना काफी मजेदार होने वाला है। सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि हम चाहते हैं कि बच्चों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक मजेदार अनुभव हो जिससे वह इसे आसानी से समझकर देश को आगे ले जाने में अपना रोल निभा सकें।
2.5 करोंड तक पहुंचागे एआई
नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के मिशन डायरेक्टर आर. रामानन का यह मानना है कि एआई 21वीं सदी का एक जरूरी हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस सदी के इस जरूरी हिस्से को करीब 2.5 करोड़ बच्चों तक पहुंचाने पर हमें गर्व है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि लर्न इट यूअरसेल्फ नामक इस मॉड्यूल के जरिए बच्चों के काफी कुछ सीखने और जानने को मिलेगा। एनएएसएसओएम के अध्यक्ष देबजानी घोष ने कहा कि आज दुनिया भर में इकोनॉमिक्स ग्रोथ का एआई एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैएजो भविष्य में आने वाली इस्तेमाल होने टेक्नोलॉजी में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के एआई सिखाने के लिए नीति आयोग की तरफ से लिया गया यह एक अच्छा फैसला है।