देवरिया-
यूपी बोर्ड परीक्षा में छात्र की जगह दूसरे मुन्नाभाई को बैठाकर छात्र को पास कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश देवरिया में हुआ है। यह गिरोह पंजीकृत छात्रों की जगह दूसरे को बैठा कर बोर्ड परीक्षा दिलाने की तैयारी में था। पुलिस ने इनके पास से कई कक्ष निरीक्षकों के फर्जी परिचय पत्र भी बरामद किया है। इस गिरोह के चार लोग भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए है। गिरफ्तार हुए लोगों में एक क्लर्क भी शामिल है।
फर्जी प्रवेश पत्र बनवाने की मिली थी सूचना
दरअसल मंगलवार को देवरिया एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने डीएम अमित किशोर की मौजूदगी में एक प्रेस कांफ्रेस कर इस बड़े षडयंत्र का खुलासा किया। एसपी डॉ. मिश्र ने बताया कि सोमवार की शाम पुलिस को सूचना मिली कि तरकुलवां बाजार में सीपीएन डिजिटल फोटो स्टूडियो में कुछ लोग फर्जी प्रवेशपत्र बना रहे हैं। ये लोग 18 फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत परीक्षार्थियों की जगह दूसरे को बैठा कर नकल कराएंगे। सूचना के बाद डीआईओएस शिवचंद रामए डायट प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद यादवए जीआईसी के प्रधानाचार्य पीके शर्माए सदर एएसडीएम गजेंद्र कुमारए एसओ तरकुलवां नरेंद्र प्रताप राय और एसओजी प्रभारी अनिल कुमार यादव ने स्टूडियो पर छापा मारा। इस रेड में यहां से कई सेंटर्स के 35 प्रवेश पत्र व कक्ष निरीक्षकों के 16 परिचय पत्र बरामद किये गये।
टीम में एक क्लर्क भी है शामिल
इस टीम ने स्टूडियो से तरकुलवां क्षेत्र के हरैया के दिग्विजय सिंह व कनकपुरा के चंद्र प्रताप सिंह, अजय गौड़, अंगद गौड़ को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार दिग्विजय सिंह राधाकृष्ण बालिका इंटर काॅलेज सेमरा बरवां तरकुलवां में क्लर्क है। पुलिस के अनुसार ये लोग बोर्ड परीक्षा में बडे़ पैमाने पर नकल कराने की तैयारी में थे। ये लोग बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत छात्रों की जगह दूसरे को बिठाने के लिए फर्जी प्रवेशपत्र स्कैन किये थे। इस साजिश में एक प्रबंधक का भी नाम सामने आया है। इस पूरे मामले में डीआईओएस शिवचंद राम की तहरीर पर दिग्विजय सिंह, चन्द्र प्रताप सिंह, अजय गौड़ और अंगद गौड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज किया गया है।
नकल कराने की साम्रगी भी की बरामद
पुलिस ने जब छापेमारी की तो पुलिस को माध्यमिक शिक्षा परिषद के इंटरमीडिएट के 26 अंकपत्र, हाईस्कूल के 65 अंकपत्र, झारखंड स्टेट ओपेन स्कूल के हाईस्कूल व इंटर के 6 अंकपत्र, 17 आधार कार्ड, अलग-अलग लोगों के 28 फोटो, पूर्वाचंल बैंक का सादा 11 पासबुक, गोरखपुर विश्वविद्यालय का स्नातक का 11 अंक पत्र व स्टेट बैंक का एक पासबुक है। इसके अलावा स्टूडियो से दो लैपटॉप, तीन प्रिंटर, एक सीपीयू, एक मॉनिटर भी जब्त किया गया है।