बरेली। हर साल 24 सितंबर को भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय (युवा कार्यक्रम विभाग) के तत्वावधान में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से पूरे भारत में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 कार्यक्रम अधिकारियों और 10 इकाइयों को राष्ट्रपति राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करते हैं।
बेहद फख्र की बात है कि राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, बरेली में कार्यरत प्रवक्ता अंग्रेजी और राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम अधिकारी अर्चना राजपूत को राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए पूरे उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड राज्य से वर्ष 2018-19 राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय पुरस्कार (कार्यक्रम अधिकारी/इकाई) के लिए चयनित किया गया है।
यह पुरस्कार राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रति अर्चना के जुनून तथा विषम परिस्थितियों में भी निःस्वार्थ भाव से किए जा रहे कठिन परिश्रम का सुफल है। हमेशा घर और स्कूल के सभी कार्यों के प्रति उन्हें न्याय करते देखा गया बल्कि कई बार ऐसा भी हुआ जब उनके बच्चों को उनके साथ की बहुत जरूरत थी लेकिन वह अपनी स्वयंसेविकाओं के साथ विभाग अथवा प्रशासन द्वारा दिए गए जागरूकता कार्यक्रमों (बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, खुले में शौच मुक्त भारत, स्वच्छता अभियान,पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण इत्यादि) में अपना समर्पण देती रहीं। इनका पूरा परिवार एनएसएस के प्रति सदैव समर्पित होकर कार्य करने को तत्पर रहता है। इनके पति नईम अहमद वर्तमान में मंडलीय क्रीड़ा सचिव तथा क्रीड़ा प्रभारी के रूप में राजकीय इंटर कॉलेज, बरेली में कार्यरत हैं तथा वर्ष 2003 से 2013 तक राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी के रूप में उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रदेश स्तर पर मतदान जागरूकता के लिए सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। इनकी दोनों बेटियां भी दिल्ली में राष्ट्रीय सेवा योजना की वालंटियर्स रही हैं।
अर्चना राजपूत की इस उपलब्धि पर अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ0 महेंद्र देव, संयुक्त शिक्षा निदेशक,बरेली मंडल डॉ. प्रदीप कुमार, ज़िला विद्यालय निरीक्षक, बरेली डॉ. अमरकांत सिंह, प्रधानाचार्या राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, बरेली अनु पाराशरी तथा समस्त विद्यालय परिवार ने उन्हें बधाई दी।
अपनी इस उपलब्धि पर अर्चना राजपूत ने शेर पढ़ा-
“जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का,
फिर देखना फ़िज़ूल है कद आसमान का।”