रिपोर्ट- संदीप धीमान
बरेली। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत अब बरेली को सेफ सिटी बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसमें स्कूलों और विद्यार्थियों की भी भागीदारी रहेगी। तय हुआ है कि छात्र/छात्राओं को सेफ सिटी वालंटियर बनाया जाएगा।
कमिश्नर की अध्यक्षता में मंगलवार एक अगस्त को बरेली में सेफ सिटी परियोजना के क्रियान्वयन के लिए बैठक हुई। इसमें प्रशासन एवं सरकारी मशीनरी की ओर से इस परियोजना की रणनीति तैयार की गई।
बैठक में नगर आयुक्त ने बताया कि सेफ सिटी परियोजना के सम्बंध में शासन द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि शहर में विभिन्न स्थान (स्कूल, कॉलेज, अस्पतालों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं) में स्थापित सीसीटीवी कैमरो का आईपी इनेवल कराकर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर (आईसीसीसी) के साथ इंटीग्रेशन किया जायेगा। इस पर मण्डलायुक्त ने एसपी ट्रैफिक से जानकारी ली कि शहर में कितने कैमरे संचालित हैं और कितने आईपी बेस्ट हैं व कितने नहीं है। एसपी ट्रैफिक ने अवगत कराया कि 216 कैमरे नॉन आईपी बेस्ड हैं। मण्डलायुक्त अभियान चलाकर लोगों को समझाएं और आईपी बेस्ड करवाएं।
सेफ सिटी के दृष्टिकोण से नगर के डार्क जोन (अंधेरे स्थानों का चिन्हांकन) की सूची नगर निगम को उपलब्ध करायी जाए, जिससे वहां पर्याप्त रोशनी व स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था की जा सके। सिटी बसों, ओला, उबर में कैमरे व पैनिक बटन लगवाया जाने के निर्देश दिए गए। सुरक्षा की दृष्टिगत से संवेदनशील स्थानों जैसे- कोर्ट, जेल, स्कूल, कॉलेज, पार्क आदि हॉट स्पॉट की पहचान कर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि महिलाओं, बच्चों व बुर्जुगों की सुरक्षा की दृष्टिगत वैधानिक मदद की जाए तथा महिलाओं की मदद करने वाले लोगों को चिन्हित कर Good Samaritan के रूप में प्रोत्साहित किया जाए। शहर में महिलाओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए हॉट स्पॉट स्थानों को चिन्हित कर पिंक बूथ का निर्माण कराया जाएगा एवं इसी क्रम में बरेली सेफ सिटी एप्लीकेशन को संचालित कर आम जनमानस को जागरूक कराया जाएगा।
शहर में संचालित निजी एवं सरकारी स्कूलों एवं कॉलेजों में विद्यार्थियों के लिए कैरियर काउंसलिंग एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण के लिए समय-समय पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से एनसीसी/एनएसएस के बच्चों व छात्र/छात्राओं को सेफ सिटी वालंटियर बनाया जाएंगे।
शहर में सेफ सिटी के अन्तर्गत महिलाओं, बच्चों एवं दिव्यांगजनों के लिए किए जाने वाले कार्यों का एफएम एवं सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बलवीर सिंह, एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय, जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा, जिला सूचना अधिकारी नीतू कनौजिया, स्मार्ट सिटी के अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।