सरकार का जोर आयुर्वेद यानी आयुष को बढ़ावा देने पर है, इसलिए इस क्षेत्र में रोजगार की अपार सम्भावनाएं बढ़ी हैं। आयुर्वेद में कई नए कोर्स भी संचालित किए गए हैं।
12 वीं के बाद जो विद्यार्थी आयुर्वेद चिकित्सा में अपना भविष्य सुनिश्चित करना चाहते हैं, उनके लिए आयुर्वेद में डिप्लोमा इन नर्सिंग और डिप्लोमा फार्मेसी बहुत कारगर हो सकते हैं।
डिप्लोमा इन नर्सिंग के बाद आयुर्वेद चिकित्सा में कॅरिअर स्थापित किया जा सकता है, वहीं डिप्लोमा इन फार्मेसी के बाद आयुर्वेद दवाओं की बिक्री करके खुद को रोजगार से जोड़ा जा सकता है।
बरेली मंडल में चौधरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड नर्सिंग आयुर्वेद के ये दोनों डिप्लोमा की शिक्षा में अग्रणी भूमिका है। बरेली-बदायूं राष्ट्रीय राजमार्ग पर रसूलपुर-विजय नगला, जनपद- बदायूं में स्थित इस कॉलेज में इन दिनों दोनों डिप्लोमा कोर्सों में प्रवेश प्रारम्भ हैं।
ये हैं कोर्स-
आयुर्वेद उपचारिका (नर्स) डिप्लोमा इन नर्सिंग
कोर्स अवधि- 3 वर्ष
प्रवेश हेतु शैक्षिक योग्यता- 10+2 सम्बंधित विषय आवश्यक
न्यूनतम उम्र- 17 वर्ष
आयुर्वेद में डीफार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी)
कोर्स अवधि- 2 वर्ष
प्रवेश हेतु शैक्षिक योग्यता- 10+2 संबंधित विषय
न्यूनतम उम्र- 17 वर्ष।