रॉयल सोसाइटी ऑफ आर्ट्स, लंदन के रेजीनाल्ड मैसी ने अंग्रेजी कवि राजीव खंडेलवाल की कविताओं के बारे में टिप्पणी की है- इन कविताओं में मैं नई दुनिया की नई पीढ़ी को प्रेम के गीत गाते हुए देखता हूं।
जबकि स्वयं राजीव खंडेलवाल मानते हैं कि आलोचक उन्हें आमतौर पर एक प्रेम कवि इसलिए कहते हैं, क्योंकि उनकी ज्यादातर कविताएं स्वतंत्र हैं और वे स्ट्रक्चरल मैट्रिक्स में नहीं हैं, प्यार पर लिखा है, हालांकि उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर भी लिखा है।
बात हो रही है ताजनगरी के अंग्रेजी कवि, कामयाब कारोबारी और इंजीनियर राजीव खंडेलवाल की, जिनको उनकी रचनाओं के लिए बड़ी उपलब्धि मिली है। उनको भारत के 25 सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी भाषा के कवियों में मान्य किया गया है। भारतीय अंग्रेजी कविता में उनके विशिष्ट योगदान और समाज में सद्भावना को बढ़ावा देने में विशेष योगदान के लिए उनको यह मान्यता हासिल हुई है।
इंटरनेशनल सूफी सेंटर के ट्रस्टी ने इन 25 कवियों को भारतीय अंग्रेजी कविता में उनके विशिष्ट योगदान के साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द और विश्व मानवतावाद के लिए उनके अग्रणी योगदान पर उन्हें नामित किया है।
इंटरनेशनल सूफी सेंटर और सूफी वर्ल्ड जल्द ही भारत से अंग्रेजी भाषा में 25 सर्वश्रेष्ठ कवियों की लिखी कविताओं का संकलन प्रकाशित करेगा। इनमें राजीव खंडेलवाल की कविताएं भी होंगी।
गौरतलब है कि राजीव खंडेलवाल को वर्ष 2018 में नाजी नामन के फाउंडेशन फॉर ग्रैटीस कल्चर ऑफ लेबनान की ओर से ‘लिटेररी क्रिएटिव अवॉर्ड’ भी हासिल हो चुका है।
अब तक 450 कविताएं लिख चुके राजीव ने 1996 में पहली बार लिखना शुरू किया था। उनका पहला खंड 1998 में प्रकाशित हुआ था। उनके पांच कविता संग्रह अब तक प्रकाशित हो चुके हैं। उन्हें पीसीपी प्रेम की ओर से संपादित ‘हिस्ट्री ऑफ कंटेंपररी इंडियन इंग्लिश पोएट्री- एन अप्रैजल (2019)’ में भी दर्ज किया जा चुका है। राजीव खंडेलवाल की कई कविताएं भारतीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। प्रोफेसर वीवीबी रामाराव, स्वर्गीय डॉ. सोम पी. रंचन और डॉ. भूपिंदर परिहार ने उनकी कविता पर तीन महत्वपूर्ण विश्लेषण भी लिखे हैं।