लखनऊ। दो वर्षीय बेचलर ऑफ एजूकेशन यानी बीएड- 2020-22 के लिए उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय संयुक्त प्रवेश-परीक्षा का परिणाम पांच सितंबर को लखनऊ विश्वविद्यालय ने जारी कर दिया। लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.lkouniv.ac.in पर परीक्षा परिणाम अपलोड किया गया है। इस वेबसाइट पर लॉगिन करके अभ्यर्थी अपने प्राप्तांक, कैटेगरी रैंक और स्टेट रैंक देख सकते हैं।
ये हैं टॉप-10
परीक्षा की राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी के अनुसार, बीएड प्रवेश परीक्षा में प्रथम रैंक सीतापुर के पंकज कुमार ने 299.333 अंकों के आधार पर पाई है। सीतामढ़ी के अजय कुमार 295 अंक पाकर दूसरे, आजमगढ़ के अमर सिंह 294.666 अंकों के आधार पर तीसरे स्थान पर रहे हैं। झांसी की मनीषा मिश्रा ने 293.333 अंकों के साथ चौथा, हरदोई के सुयश दीक्षित ने 291.334 अंक लाकर पांचवा और गाजीपुर के प्रशांत यादव ने 290.667 अंकों के साथ छठा स्थान पाया है। लखनऊ के ओम भुवन राय 290.667 अंकों के आधार पर सातवें, मेरठ के मोहम्मद अजमान खान 288 अंकों के साथ आठवें स्थान पर रहे हैं। फिरोजाबाद की नेहा अग्रवाल ने 288 अंकों के साथ नौवां और आगरा के राम अवतार ने 287.666 अंकों के साथ 10 वां स्थान हासिल किया है।
एक माह के अंदर ही रिजल्ट
बता दें कि बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से 9 अगस्त को आयोजित कराई गई थी। इसके लिए प्रदेश के 73 जनपदों में 1089 केन्द्र बनाए गए थे, इन पर 3,57,696 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। एक महीने के अंदर ही परीक्षा का परिणाम भी जारी कर दिया गया है। परीक्षा के लिए 4,31,904 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से 3,57,701 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। 74,203 अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी। अनुचित साधनों का प्रयोग करने पकड़े गए पांच अभ्यर्थियों का परीक्षाफल निरस्त किया गया।
21 सितंबर से काउंसलिंग प्रस्तावित
बीएड में प्रवेश के लिए कॉलेजों के आवंटन को काउंसलिंग की प्रक्रिया 21 सितंबर से प्रस्तावित होने की बात कही जा रही है। हालांकि कोरोना संक्रमण काल के चलते काउंसलिंग का फाइनल कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से घोषित किया जाएगा। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने परीक्षा परिणाम की घोषणा करते हुए बताया कि ऑनलाइन आफ-कैम्पस काउन्सिलिंग प्रक्रिया की संभावित तिथि एवं काउंसलिंग का कार्यक्रम विवि की वेबसाइट पर शीघ्र ही प्रदर्शित कर दिया जाएगा। कहा गया है कि अभ्यर्थियों को विभिन्न कॉलेजों में सीटों का आवंटन उनकी ओर से मूल आवेदन पत्र में भरे गए विषय वर्ग के अनुसार ही किया जाएगा। किसी भी दशा में, किसी भी स्तर पर, विषय-वर्ग के परिवर्तन को अनुमन्य नहीं किया जाएगा।