देश के 541 मेडिकल कालेजों में तीन पायदान चढ़ कर एसआरएमएस 33वें स्थान पर। इंडिया टुडे के बेस्ट कालेजों के सर्वेक्षण में एसआरएमएस के नाम एक और उपलब्धि दर्ज।
बरेली। मेडिकल शिक्षा में श्री राम मूर्ति स्मारक मेडिकल संस्थान (एसआरएमएस) देश में तेजी से उभर रहा है। उभरते टाप-10 कालेजों में स्थान बनाते हुए एसआरएमएस देश में चौथे स्थान पर है। इस उपलब्धि का खुलासा इंडिया टुडे के नए सर्वेक्षण में हुआ है। देश के सरकारी और निजी 541 मेडिकल कालेजों का आंकलन करते हुए इंडिया टुडे ने एसआरएमएस को 33वां स्थान भी दिया। यह जानकारी एसआरएमएस मेडिकल कालेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति ने दी। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण में पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार एसआरएमएस ने तीन स्थान की बढ़त भी हासिल की है। पिछले वर्ष 36वां स्थान था। नई दिल्ली स्थित एम्स पहले स्थान पर काबिज है।
आदित्य मूर्ति ने कहा कि इंडिया टुडे की ओर से नवंबर 2019 से जून 2020 के बीच देश के सभी मेडिकल कालेजों का सर्वेक्षण हुआ। इनटेक क्वालिटी एंड गवर्नेंस, अकादमिक गुणवत्ता, इंफ्रास्ट्रक्चर और माहौल, व्यक्तित्व और नेतृत्व विकास, करियर की संभावना और प्लेसमेंट जैसे पैरामीटर पर सभी कालेजों का आकलन किया गया और उनमें प्राप्त नंबरों के आधार पर रैंकिंग प्रदान की गई। दो दिन पहले जारी सर्वेक्षण में इंडिया टुडे ने मेडिकल पढ़ाई में तेजी से उभरते 10 कालेजों में एसआरएमएस मेडिकल कालेज को चौथा स्थान दिया। साथ ही देश के 541 सरकारी और निजी मेडिकल कालेजों के बीच एसआरएमएस को 33वें रैंक पर रखा। पिछले वर्ष एसआरएमएस 36वें स्थान पर था। जबकि इस बार तीन स्थानों की बढ़त हासिल हुई। आदित्य मूर्ति ने कहा कि 40 कॉलेजों की लिस्ट में प्रदेश के 29 निजी मेडिकल कालेजों में से सिर्फ दो कालेज ही स्थान बना पाए। एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज उसमें से एक है। देश के उभरते मेडिकल कालेजों में चौथा और देश के सभी कालेजों में 34वां स्थान हासिल करना एसआरएमएस के लिए बड़ी उपलब्धि और गौरव की बात है। यह उपलब्धि एसआरएमएस से संबद्ध् डाक्टरों और सारे स्टाफ को समर्पित है। सभी ने पाजिटिव सोच और परिश्रम से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया और आज भी कोविड-19 से संघर्ष में सबसे आगे हैं। इसके लिए सभी को शुभकामनाएं। गुणवत्तापूर्ण और न्यूनतम खर्च में इलाज से हमने मरीजों का भरोसा हासिल किया है। इस विश्वास पर हम निरंतर खरे उतरने का प्रयास करते रहेंगे।